नई दिल्ली: 17वीं लोकसभा के लिए संसद की स्थायी समितियां गठित की हैं। किन्तु इस बार वित्त और विदेश मंत्रालय से संबंधित स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता कांग्रेस को नहीं दी गई है। पिछली लोकसभा में इन स्टैंडिंग कमेटियों का नेतृत्व कांग्रेस कर रही थी। स्थायी समिति का नेतृत्व नहीं सौंपे जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति भी जाहिर की है।
शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'यह आधिकारिक है: सरकार ने विदेश मामलों की समिति की अध्यक्षता करने वाले मुख्य विपक्षी दल की परंपरा को समाप्त करने का फैसला लिया है। स्पष्ट तौर पर अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद इसके बजाय भाजपा सरकार को जवाबदेह ठहराएंगे। एक परिपक्व लोकतंत्र के रूप में हमारी नरम शक्ति, छवि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को एक और झटका लगा है।'
शशि थरूर ने आगे कहा कि, 'संसद के स्थायी समितियों के पूरे इतिहास में, विदेश मामलों पर समिति की अध्यक्षता हमेशा लोकसभा में विपक्षी दल के सांसद द्वारा किया जाता रहा है। हमारी विदेशी नीति की परंपरा अद्वीतीय है। हमारे आपस के राजनीतिक मतभेद देश की सीमाओं पर ही खत्म हो जाने चाहिए। यह निराशाजनक है।' आपको बता दें कि इससे पहले शशि थरूर ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार की तारीफ करके सबको चौंका दिया था, जिसके कारण उनकी कांग्रेस में भी काफी आलोचना हुई थी।
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