कांग्रेस सांसद शशि थरूर आए दिन अपने किसी ना किसी बयान या फिर ट्वीट के कारण चर्चाओं में आ जाते हैं. हाल ही में थरूर ने नार्वे की नोबेल कमेटी के चेयरपर्सन बेरिट रीस एंडरसन को एक पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए थरूर ने एंडरसन से ये मांग की है कि केरल में आई बाढ़ के दौरान मछुआरों ने राहत कार्य में अहम योगदान दिया था और इसलिए उन्हें शांति का नोबेल देने के लिए नॉमिनेट किया जाना चाहिए.
My letter to the Nobel Peace Prize Committee nominating the fishermen of Kerala for this year's Peace Prize in recognition of their courageous service & sacrifice during the #KeralaFloods of 2018: pic.twitter.com/xtPLrTnQBT
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 6, 2019
गौरतलब है कि साल 2018 में केरल में भीषण बाढ़ आई थी और इस भयानक बाढ़ ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. सभी लोगों ने बढ़-चढ़कर राहत कार्य में हिस्सा लिया था और बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक मदद भी प्रदान की थी. इस दौरान केरल के मछुआरों ने राहत कार्य में विशेष योगदान दिया था और उन्होंने कई सारे लोगों की जान बचाई थी. इस बारे में थरूर ने अपने पत्र में लिखा है कि- 'बाढ़ के दौरान मछुआरों की आजीविका खत्म हो गई और उनकी होनी वाली आय बर्बाद हो गई. इन सब के बावजूद मछुआरों ने लोगों की जान बचाई. उनके प्रयासों की वजह से ही सैकड़ों लोगों की जान बची. उन्होंने दिन-रात काम किया.'
जानकारी के मुताबिक थरूर ने नोबेल कमेटी को दो पन्नों का पत्र लिखा था जिसकी तस्वीर उन्होंने अपने ट्विटर पर शेयर की है. इस बार सोशल मीडिया पर थरूर के इस कदम को लोगों समर्थन भी प्राप्त हो रहा है.
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