मुंबई BCCI प्रेसिडेंट शशांक मनोहर पोस्ट पोस्ट छोड़ सकते हैं। इसके पीछे दो तरह की वजहें सामने आ रही हैं।जो की बहुत ही गम्भीर है !
पहली-बीसीसीआई पर आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आने के बाद सुप्रीम काेर्ट की ओर से अप्वाइंट हुई जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों पर अमल करने का दबाव है!
दूसरी- बीसीसीआई पर जस्टिस लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट पर अमल करने का दबाव है।
ICC मई में सीक्रेट वोटिंग करने वाला है और इसी आधार पर नया स्वतंत्र चेयरमैन चुना जा सके। इस दौड़ में मनोहर सबसे आगे हैं। खुद मनोहर एक साथ दो पोजिशन पर नहीं रह पाएंगे। अगर मनोहर हटाया जाते है तो बीसीसीआई 16 महीने में तीसरा प्रेसिडेंट चुनेगा।
मनोहर के बीसीसीआई छोड़ने की स्थिति में उन्हें एनसीपी चीफ शरद पवार रिप्लेस कर सकते हैं। पवार मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट हैं। -बीसीसीआई प्रेसिडेंट जगमोहन डालमिया के निधन के बाद भी शरद पवार का नाम चर्चा में रहा था।
मिस्टर क्लीन कहे जाने वाले मनोहर पहले भी 2008 से 2011 तक बीसीसीआई प्रेसिडेंट रह चुके थे। श्रीनिवासन का विरोध कर चुके हैं मनोहर 2015-16 की बीसीसीआई की एनुअल जनरल मीटिंग में मनोहर ने चेन्नई के एन श्रीनिवासन के खिलाफ कैम्पेन चलाया था।