आप सभी को बता दें कि आज नवरात्रि के 9वें दिन मां नव दुर्गा के नवमें रूप मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना के बाद नवमी तिथि को नवरात्रि व्रत का पारण करने वाले लोग कन्या पूजन के बाद अपना व्रत खोल देंगे. इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि नवमी 6 अक्टूबर 10: 54 am से ही लग चुकी है लेकिन लोग 7 अक्टूबर को अभिजीत और अमृत नक्षत्र के कारण नवमी मनाएंगे. वहीं मां सिद्धिदात्री भक्तों को गुप्त सिद्धियां देने वाली हैं और उन्हें खुश करने के लिए उनकी आरती से उनका पूजन करना चाहिए. तो आइए जानते हैं माँ की आरती.
मां सिद्धिदात्री की आरती -
जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता.
तू भक्तो की रक्षक, तू दासों की माता ..
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि.
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि ..
कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम.
जभी हाथ सेवक के सर धरती हो तुम..
तेरी पूजा में तो न कोई विधि है.
तू जगदम्बे दाती तू सर्वसिद्धि है ..
रविवार को तेरा सुमरिन करे जो.
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो ..
तू सब काज उसके कराती हो पूरे.
कभी काम उस के रहे न अधूरे ..
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया.
रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया ..
सर्व सिद्धि दाती वो है भागयशाली.
जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली ..
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा.
महा नंदा मंदिर मैं है वास तेरा ..
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता.
वंदना है सवाली तू जिसकी दाता ..
आज दुर्गा नवमी पर इस तरह करें माँ सिद्धिदात्री का पूजन, जानिए शुभ मुहूर्त
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