कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनाव बढ़ता नज़र आ रहा है. शारदा चिटफंड घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से एक कंपनी को पैसा दिया गया, जिसका ताल्लुक शारदा ग्रुप से था. CBI ने इस मामले में CM रिलीफ फंड में जांच की बात कही है.
CBI की तरफ से दावा किया गया है कि बंगाल मुख्यमंत्री के रिलीफ फंड से लगभग 6.21 करोड़ रुपये तारा टीवी को दिए गए. ये शारदा ग्रुप की ही कंपनी है, इन पैसों का उपयोग कर्मचारियों का वेतन देने में किया गया. CBI ने इस मामले में मुख्यमंत्री रिलीफ फंड की जांच का प्रयास किया, किन्तु वो सफल नहीं हो सकी. अब CBI का आरोप है कि इस पूरे मामले में राज्य सरकार के रसूखदार लोगों का हाथ है.
CBI ने ये सभी बातें सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल की गई अपनी एक एप्लिकेशन में कही हैं. इसके अनुसार, मई 2013 से अप्रैल 2015 तक लगभग 23 महीने लगातार प्रति माह 27 लाख रुपये की राशि तारा टीवी को दी गई. वो भी तब जब तारा टीवी की कंपनी जांच की निगरानी में थी. ऐसे में अब CBI का ये खुलासा बंगाल की सियासत में और भी तड़का लगा सकता है. बता दें कि शारदा चिटफंड घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सर्वोच्च न्यायालय से कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग की है.
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