देश और दुनिया में इस वक्त सिर्फ कोरोना वायरस के ही चर्चे हैं. चीन से निकले इस वायरस की हर कोई बुराई कर रहा है. लेकिन देश में कोरोना के अलावा एक और जंग छिड़ी हुई है. देश में अब चाइनीज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिक टॉक को बैन करने की मांग उठने लगी है. सोशल मीडिया के मशहूर प्लेटफॉर्म टिक टॉक को भारत में लोग धीरे-धीरे छोड़ रहे हैं. वहीं इस बात से शक्तिमान यानी एक्टर मुकेश खन्ना बहुत खुश नजर आ रहे हैं.मुकेश खन्ना ने वीडियो साझा कर टिक टॉक के बहिष्कार पर अपनी खुशी जताई है. इसके साथ ही उन्होंने यह वीडियो इंस्टाग्राम और ट्विटर पर शेयर किया है. वीडियो में उन्होंने कहा- दोस्तों और भी काम है जमाने में टिक टॉक बनाने के सिवा, कोरोना के इफेक्ट और बुरी खबरों के बीच में, एक खुशखबरी आई है कि एक और चाइनीज वायरस टिक टॉक वायरस, हमसे दूर चला गया है.
इसके अलावा उसकी रेटिंग 4.5 से 1.3 पर आ गई है.''मुझे खुशी है कि मेरी और टिक टॉक ना चाहने वाले बाकी लोगों की सलाह पर आप धीरे-धीरे टिक टॉक का बहिष्कार कर रहे हैं, इससे बढ़कर खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती. मैं तो यह कहना चाहता हूं कि आप लोग चाइनीज प्रोडक्ट्स की लिस्ट में सबसे पहला नाम टिक टॉक को रखिए इसे दूर कीजिए और यूथ को बिगड़ने से बचाइए'. वहीं मुकेश ने इंस्टा पर भी अपने शब्दों में लिखा- 'टिक टॉक टिक टॉक घड़ी में सुनना सुहावना लगता है. लेकिन आज की युवा पीढ़ी का घर मोहल्ले सड़क चौराहे पर चंद पलों की फेम पाने के लिए सुर बेसुर में टिक टॉक करना बेहुदगी का पिटारा लगता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें की कोरोना चायनीज वायरस है ये सब जान चुके हैं. इसके अलावा पर टिक टॉक भी उसी बिरादरी का है ये भी जानना जरूरी है. टिक टॉक फालतू लोगों का काम है, और ये उन्हें और भी फालतू बनाता चला जा रहा है. वहीं अश्लीलता, बेहुदगी, फूहड़ता घुसती चली जा रही है आज के युवाओं में. इन बेक़ाबू बने वीडियोज के माध्यम से. इसका बंद होना जरूरी है, खुशी है मुझे कि इसे बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. मैं इस मुहिम के साथ हूं'.बता दें मुकेश खन्ना शुरू से ही टिक टॉक के खिलाफ थे. वहीं वे खुद भी इसका इस्तेमाल नहीं करते और लोगों को भी हमेशा टिक टॉक का यूज ना करने की सलाह दी है.
एक फल वाला लक्ष्मण के नाम पर चलता था दूकान