नई दिल्ली: बीते 45 दिनों से लगातार बढ़ता जा रहा किसानों का आंदोलन अब उग्र पर आ चुका है, और ये दिन व दिन और भी बढ़ता जा रहा है, और इन्ही कानून को रोकने के लिए कई मीटिंग और 8 दौर की चर्चाए भी की गई. लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं मिला है. लेकिन अब ये कहा नहीं जा सकता है कि ये आंदोलन कब तक चलने वाला है.
कृषक आंदोलन के चलते एनएच-8 बंद होने की वजह से वाहन रेवाड़ी-कोटकासिम-किशनगढ़बास होते हुए अलवर व दिल्ली की और जा रहे है। ऐसे में रास्तों में पडऩे वाले कस्बों में भारी वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। कोटकासिम से किशनगढ़बास रोड पर देर रात से प्रातः तक लम्बा जाम शुक्रवार को लगा रहा। जिस वजह से आमजन के साथ वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जंहा इस बात का पता चला है कि किसान आंदोलन के चलते हाईवे बन्द होने से क्षेत्र की सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। कोटकासिम कस्बे से हजारों की तादाद में दिन-रात भारी वाहन व अन्य यातायात के साधन गुजर रहे है। पुर गाँव के स्टैण्ड पर एक ट्रक खराब होने की वजह से रोड़ के दोनों ओर जाम लग गया। इस वजह से वाहनों की कई किलोमीटर तक लंबी कतार लग गई। ऐसे में परेशान वाहन चालक व ग्रामीण अपने स्तर पर ही यातायात व्यवस्था कर रहे है।
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