कुछ घरेलू दवाईयों के द्वारा भी हस्तमैथुन जैसे रोग से छुटकारा पाया जा सकता हैः-
1. 500 ग्राम प्याज के रस को 250 ग्राम शुद्ध शहद में मिला लें।
2. इसके बाद इसे धीमी आग पर गर्म करने के लिए रख दें।
3. इसे तब तक पकाते रहे जब तक प्याज का रस जल जाए और केवल शहद बच जाए।
4. शुद्ध शहद के बच जाने पर इसके अंदर 250 ग्राम मूसली का चूर्ण मिलाकर इसको अच्छी तरह से घोंटकर एक साफ की हुई कांच की शीशी में भर लें।
इसके बाद इस चूर्ण को सुबह और शाम के समय में हस्तमैथुन के रोगी को खिलाने से हस्तमैथुन जैसे सभी रोग समाप्त हो जाएगें और उसके अंदर एक नयी प्रकार की स्फूर्ति और शरीर के अंदर सेक्स करने की ताकत में बढोतरी होगी।
बेल और पान की जड़ का चूर्ण बनाकर उसमें शहद को मिला लें। फिर इसकी बेर की गुठली के बराबर की गोलियां बनाकर रख लें। इस गोली को 2-2 की मात्रा में गाय के दूध के साथ सुबह और शाम के समय में रोजाना सेवन करने से हस्तमैथुन की वजह से पैदा हुए शीघ्रपतन का रोग समाप्त हो जाता है और संभोग करने की ताकत बहुत अधिक बढ़ जाती है।
जानकारी- अगर इस गोली को सेक्स क्रिया शुरू करने से 1 से 2 घंटे पहले दूध के साथ सेवन लिया जाए तो इससे संभोग करने की ताकत दुगनी हो जाती है।
कनेर की जड़ का रस 20 ग्राम, गाय का शुद्ध घी 20 ग्राम और शराब 20 ग्राम को एकसाथ मिलाकर एक कांच की साफ शीशी में भरकर रख दें। इस मिश्रण को लिंग के मुंड को बचाकर बाकी के बचे हुए भाग पर लेप कर दें। इसके बाद ऊपर से पान का पत्ता लेकर लिंग पर लपेटने से हस्तमैथुन से होने वाले लिंग की सारी खराबियां दूर हो जाती हैं। इस लेप को करने से लिंग का टेढ़ापन, मोटाई तथा पतलापन, लिंग की नसों के ऊपर उभर आया नीला निशान तथा लिंग से शीघ्र वीर्य का निकल जाना जैसी सभी प्रकार के रोग समाप्त हो जाते हैं.
यौन शोषण के मामले में पीड़ित को सामने आने की जरूरत है- फरहान अख्तर