भुवनेश्वर : ओडिशा में सूखे की स्थिति पर अपनी दो दिवसीय समीक्षा के बाद एक केंद्रीय टीम ने शनिवार को स्वीकार किया कि राज्य में सूखे की स्थिति बेहद गंभीर है। कई क्षेत्रों में फसलों को 80 प्रतिशत से भी अधिक नुकसान हुआ है। कृषि मंत्रालय के कृषि और सहकारिता विभाग के संयुक्त सचिव के.एस. श्रीनिवासन ने कहा, कई क्षेत्रों में फसलों, खासकर धान को व्यापक क्षति, पहुंची है। हमने देखा कि कुछ क्षेत्रों में कोई बुवाई नहीं हुई थी तो कुछ स्थानों पर अनाज नहीं है। किसानों को अपनी आजीविका को बनाए रखने के लिए मुआवजे की जरूरत है। 10 सदस्यीय केंद्रीय टीम ने शनिवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाधि से यहां सूखे की स्थिति पर चर्चा की।
श्रीनिवासन ने कहा कि टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करके एक या दो सप्ताह के भीतर कृषि मंत्रालय को सौंप देगी और किसानों के लिए मुआवजे की सिफारिश करेगी। श्रीनिवासन ने कहा कि राज्य में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार को सिंचाई सुविधाएं बेहतर करने के लिए कहा गया है। विशेष राहत आयुक्त प्रदिप्त कुमार मोहपात्रा ने कहा कि केंद्रीय टीम ने स्वीकार किया है कि राज्य गंभीर सूखे की स्थिति का सामना कर रहा है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 2,199.066 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की है। केंद्रीय टीम ने सूखे की स्थिति की समीक्षा के लिए पश्चिमी ओडिशा के चार जिलों का दौरा किया था।