नई दिल्ली : देश की शीर्ष अदालत इन दिनों वैसे ही 6 जजों की कमी से जूझ रही है . इस बीच इसी साल के अंत तक सुप्रीम कोर्ट के सात जज रिटायर हो जाएंगे .इस कारण कॉलेजियम पर दबाव बढ़ना तय है.इस कारण इंसाफ पाने वालों को विलम्ब भी हो सकता है.इसलिए सरकार को जजों की नियुक्ति जल्द करना होगी.
उल्लेखनीय है कि कानून मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार जस्टिस अमिताव राय यूँ तो 1 मार्च को रिटायर होंगे लेकिन जस्टिस राय के कामकाज का अंतिम दिन शुक्रवार रहा , जस्टिस राजेश अग्रवाल 4 मार्च को रिटायर होंगे . शीर्ष अदालत होली की छुट्टियों के कारण 5 मार्च को खुलेगी.
आपको जानकारी दे दें कि शीर्ष अदालत में चीफ जस्टिस के बाद वरिष्ठतम जज जे. चेलमेश्वर 22 जून को और जस्टिस आदर्श गोयल 6 जुलाई को रिटायर होंगे .जबकि चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा 2 अक्टूबर को रिटायर होंगे. इसके बाद जस्टिस कुरियन जोसफ 29 नवंबर और जस्टिस मदन बी लोकुर 30 दिसंबर को सेवा निवृत्त होंगे. 7 जजों के रिटायर होने और छह जजों की कमी के कारण कॉलेजियम पर दबाव जरूर बढ़ेगा .ऐसे में उसे वह नामों की सिफारिश कर सरकार पर नियुक्तियों में तेजी लाने के लिए जोर देना पड़ेगा.
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