नई दिल्ली: सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश जाधव ने स्पष्ट किया है कि भारत को 2021 के मार्च महीने तक कोरोना वायरस का टीका मिल सकता है। एक निजी न्यूज़ चैनल से बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत कोरोना वैक्सीन विकसित करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। इस दिशा में कई कंपनियां युद्धस्तर पर प्रयास कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें से 2 तीसरे चरण के ट्रायल में है जबकि एक अन्य दूसरे चरण के ट्रायल में है। कई और कंपनियां इस रेस में शामिल हो चुकी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामीनाथ ने कहा है कि किसी भी वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में उतार-चढ़ाव आना सामान्य है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल के तीसरे माह तक कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जनवरी 2021 से हम इसके नतीजों को देखने के योग्य हो जाएंगे और उम्मीद है कि अगले साल के क्वार्टर तक SARS-CoV-2 से लड़ने के लिए वैक्सीन तैयार हो जाएगी।’
डॉक्टर स्वामीनाथन ने कहा कि वैक्सीन के आने के बाद 70 फीसद लोगों को इसे लगाए जाने की आवश्यकता होगी ताकि वायरस के ट्रांसमिशन की कड़ी को तोड़ा जा सके। India Vaccine Accessibility e-Summit को संबोधित करते हुए डॉक्टर जाधव ने कहा कि ‘यदि एक बार सभी चीजें सही दिशा में चल पड़ती हैं तब हम प्रति वर्ष 700-800 मिलियन वैक्सीन तैयार कर सकेंगे।'
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