नई दिल्ली : देशभर के बुजुर्ग महंगे स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम से इसलिए परेशान हैं, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियां वरिष्ठ नागरिक श्रेणी के लोगों की स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम दुगुनी हो गई है. बीमा नियमों में हुए बदलाव से अब छूट का लाभ भी मिलना बंद होने से इन बुजुर्गों पर आर्थिक भार बढ़ गया है.
उल्लेखनीय है कि अभी 5 लाख रुपये के एक साधारण हेल्थ इंश्योरेस के लिए 65 वर्ष के किसी भी दम्पति को औसतन 84,000 रुपये प्रीमियम चुकाना पड़ता है, जबकि पहले यह 54,000 रुपए था. सभी कंपनियों ने प्रीमियम बढ़ा दिया है. कम्पनी बदलने पर भी कोई फायदा नहीं है.
बता दें कि नियमों में बदलाव भी इंश्योरेंस प्रीमियम में बढ़ोतरी का एक मुख्य कारण है. पहले बीमा धारक के द्वारा अगर कोई क्लेम नहीं किया है तो इस स्थिति में प्रीमियम पर 15% की छूट मिलती थी, अब इस नियम को हटा दिया है. पहले अगर एक ही परिवार के दो लोग हेल्थ इंश्योरेंस ले थे तो उन्हें 10% का फैमिली डिस्काउंट भी मिलता था. जिससे इंश्योरेंस प्रीमियम में 25 फीसदी की छूट वरिष्ठ नागरिकों को मिल जाती थी अब यह भी बंद हो गया. न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के सीएमडी जी. श्रीनिवासन के अनुसार इंश्योरेंस कंपनियों को वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में 300 फीसदी तक का नुकसान हो रहा है वहीं मेडिकल क्षेत्र में महंगाई बढ़ जाने से प्रीमियम की दरें बढ़ाई गई है.
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