नई दिल्ली: भाजपा ने 75 वर्षों से अधिक आयु के नेताओं को सक्रिय सियासत से बाहर रखने की अघोषित नीति बना रखी है। इसी के कारण लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी सहित कई वयोवृद्ध नेता लोकसभा या फिर राज्यसभा के बाहर हैं और मार्गदर्शक मंडल के सदस्य हैं। इस पर गुरुवार को सपा के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा को 75 साल से अधिक आयु के ऐसे नेताओं को राज्यसभा में लाना चाहिए, जो स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अनुभवी नेता हमारी जानकारी बढ़ा सकते हैं।
प्रो रामगोपाल यादव ने सदन में अपना कार्यकाल पूरा कर रिटायर हो रहे 72 सदस्यों को धन्यवाद दिए जाने के मौके पर कहा कि इस सदन में बहुत वरिष्ठ सदस्य आते हैं। मगर भाजपा में 75 वर्ष की आयु पूरी करने वालों को अब सदन में भेजना बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के ऐसे वरिष्ठ नेताओं को भी सदन में लाया जाना चाहिए, जो 75 साल पूर्ण करने के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपने अनुभव से सदन को गौरवान्वित कर सकते हैं।
राम गोपाल यादव ने सभापति एम वैंकेया नायडु से बात करते हुए कहा कि उनके इस विचार से वे भी सहमत होंगे। हालांकि नायडू ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कार्यकाल पूरा कर चुके सदस्यों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि इनमें सेे कुछ सांसद वापस आयेंगे, किन्तु कुछ सदस्य नहीं आ पायेंगे, लेकिन उम्मीद है कि वे जहां भी रहेंगे अपने अनुभव से देश और समाज की सेवा करते रहेंगे।
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