निर्भया के दरिंदों को फांसी दिलाने वालीं सीमा कुशवाहा अब लड़ेंगी 'हाथरस की बेटी' का मुकदमा
निर्भया के दरिंदों को फांसी दिलाने वालीं सीमा कुशवाहा अब लड़ेंगी 'हाथरस की बेटी' का मुकदमा
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नई दिल्ली: हाथरस की बिटिया के घर जा रही निर्भया के दरिंदों को सजा दिलाने वाली वकील सीमा कुशवाहा की पीड़िता के गांव के बाहर पुलिस बैरिकेडिंग पर हाथरस के ADM से तीखी नोकझोंक हुई है. इस तनाव के बीच सीमा कुशवाहा ने ADM से कह दिया कि तुम जैसे लोगों की वजह से ही दुष्कर्म होते हैं तो ADM जेपी सिंह ने पलटकर यह कहने में देरी नहीं की कि तुम जैसे लोगों के कारण बलात्कार होते हैं.

सीमा कुशवाहा ने कहा कि हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता के परिवार ने मुझे बुलाया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीमा कुशवाहा ने कहा कि, 'पीड़िता का परिवार चाहता है कि मैं उनकी वकील के रूप में इस केस को लड़ूं. किन्तु प्रशासन मुझे पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दे रहा है. प्रशासन कह रहा है कि इससे कानून व्यवस्था बिगड़ेगी.' निर्भया का केस लड़ने वाली और दोषियों को फांसी के फंदे तक पहुंचने वालीं वकील सीमा कुशवाहा गुरुवार को हाथरस पहुंची थीं. वह पीड़िता के परिवार से मुलाकात करना चाहती थीं, किन्तु प्रशासन के साथ उनकी भिड़ंत हो गई.

सीमा कुशवाहा ने आगे कहा कि, 'हाथरस की बेटी को पुलिस ने पेट्रोल डालकर जलाया है. मैंने निर्भया को इंसाफ दिलाया है. इसे भी इंसाफ दिलाऊंगी. इसका भी मुकदमा लड़ूंगी. उन्होंने यह भी कहा है कि भारत में किसी भी पेशे की महिलाएं यह दावा नहीं कर सकती हैं कि वह सुरक्षित हैं.' आपको बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक दुष्कर्म की कानूनी लड़ाई सीमा कुशवाहा ने लड़ी थी. उन्होंने जिला अदालत से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक कानूनी लड़ाई लड़ी. निर्भया के दोषियों को 20 मार्च 2020 को फांसी दी गई थी.

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