लड़कियां अक्सर अपने चेहरे का विशेष तौर पर ध्यान रखती है. महंगे महंगे प्रोडक्ट्स का उपयोग करती है. धुप में बाहर जाए को सन स्किन क्रीम लगाती है. चेहरे को धक लेती है. और भी ना जाने क्या क्या. लेकिन यह लड़कियां भूल जाती है कि चेहरे से ज्यादा धूल उनकी फटी एड़ियों की दरारों में जाकर उनको नुकसान पहुंचा रही है. लेकिन पैरों को केवल मोज़ों से ढँक लेना ही पर्याप्त नहीं होता. सबसे पहले ज़रूरी है पेडिक्योर. जिसके बाद पैर इतने मुलायम हो जाएं कि आप नंगे पर ज़मीन की ठंडी फर्श या आँगन की हरी घास पर चलो दोनों में फर्क अनुभव न हो.
जी हाँ आपकी एडियाँ या पंजे की त्वचा साफ़ और मुलायम होगी तो धूल मिट्टी का प्रभाव भी उस पर नहीं पड़ेगा. इसके लिए नीचे लिखी कुछ बातों का ध्यान रखें -
1. सबसे पहले गुनगुने पानी में थोड़ा सा शैम्पू डालकर 15 मिनट उसमें पैर डूबाए रखें.
2. फिर स्क्रबर से धीरे धीरे एडियाँ और पंजे घिस कर डेड स्किन निकाल दें.
3. अब साफ़ पानी से पाँव धोकर अच्छे से पोंछ कर सुखा लें.
4. कोई अच्छी सी चिकनाई वाली क्रीम लेकर पूरे पंजों और ऊंगलियों की मालिश करें, खासकर एड़ियों की.
5. अब इसे कम से कम आधे घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें.
6. एक बार फिर गुनगुने पानी से पाँव धोकर साफ़ चप्पलें पहन लें.
7. घर में जहां तक हो सके कपड़ें से बनी चप्पलें ही पहनना चाहिए.
8. रोज़ रात को सोने से पहले पैरों और एड़ियों पर सरसों के तेल की मालिश करना न भूलें. इससे दो फायदे हैं, एक तो पैर की त्वचा अच्छी रहेगी, दूसरा ये कि नींद अच्छी आएगी.
9. कुछ लोग फटी एड़ियों में पिघली हुई मोम भी भर लेते हैं, उसके पीछे मंशा यही है कि पैरों की फटी त्वचा में धूल के कण प्रवेश न करें.
10. जिनकी त्वचा अधिक रुखी हैं उन्हें हफ्ते में दो बार इस तरह से पेडिक्योर ज़रूर करना चाहिए.