मुंबई: महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक इन दिनों सबसे अधिक सुर्ख़ियों में हैं। जी दरअसल वह ड्रग्स केस को लेकर लगातार एनसीबी, समीर वानखेड़े और उनके परिवार को निशाने पर ले रहे हैं। वहीं अब समीर वानखेड़े के पिता ध्यानदेव वानखेड़े ने नवाब मलिक के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख करते हुए मानहानि का केस दायर कर दिया है। आप सभी को बता दें कि समीर वानखेड़े मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर हैं और आर्यन खान, नवाब मलिक के दामाद समीर खान समेत बॉलीवुड से जुड़े तमाम केसों में जांच अधिकारी थे। हालाँकि अब समीर से आर्यन खान समेत 6 केस वापस ले लिए गए हैं।
आपको बता दें कि समीर वानखेड़े के वकील अर्शद शेख ने कहा, 'नवाब मलिक वानखेड़े के परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं और उनके धर्म पर सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि वे हिंदू नहीं हैं। वह रोजाना पूरे परिवार को फ्रॉड कह रहे हैं। वह उनकी बेटी यास्मीन के करियर को भी बर्बाद कर रहे हैं, जो क्रिमनल लॉयर है और नारकोटिक्स केस में वकालत नहीं करती।' केवल इतना ही नहीं बल्कि मानहानि केस में यह कहा गया है कि, 'नवाब मलिक ने पूर्वाग्रह से प्रेरित होकर वादी और उसके परिवार के सदस्यों के नाम, चरित्र, प्रतिष्ठा और सामाजिक छवि को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।'
वहीं ध्यानदेव की यह मांग है कि मलिक, उनकी पार्टी के नेताओं और अन्य सभी को उनके और उनके परिवार के खिलाफ मीडिया में कुछ भी आपत्तिजनक, मानहानिकारक सामग्री लिखने, बोलने या प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए। जी दरअसल ध्यानदेव ने यह अपील की है कि 'हाईकोर्ट यह घोषित करे कि मलिक के बयान, आरोप चाहे लिखित हो या मौखिक या उनके द्वारा या उनके परिवार के द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए हैं, वे प्रकृति में अत्याचारी और मानहानिकारक हैं।' केवल यही नहीं बल्कि ध्यानदेव ने इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया समेत अन्य जगहों पर मौजूद इंटरव्यू और बयानों को हटाने की भी मांग की।
इस तारीख तक अनिल देशमुख को भेजा गया न्यायिक हिरासत में।।।