लखनऊ: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए अगले महीने से वोटिंग शुरू होने जा रही है. ऐसे में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की शिकायत चुनाव आयोग से की है. सपा की इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि गृह मंत्री और उनके समर्थकों ने कैराना में शनिवार को घर-घर चुनाव प्रचार के दौरान पर्चे बांटते और जनसंपर्क करते हुए कोरोना गाइडलाइन्स का सरेआम उल्लंघन किया है.
सपा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि चुनाव आयोग ने प्रचार के लिए डोर-टू डोर कैंपेन की इजाजत तो दे रखी है, मगर उस दिन तक केवल 5 लोगों की टोली को इसके लिए अनुमति थी. शनिवार शाम में आयोग ने इस तादाद को बढ़ाकर 10 कर दिया. जबकि शामली के कैराना कस्बे की तंग गलियों में अमित शाह के डोर-टू डोर कैंपेन के दौरान दस से कई गुना अधिक लोगों की भीड़ जमा हुई थी. इसी को लेकर समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को दिए शिकायती पत्र में भाजपा और अमित शाह के खिलाफ शीघ्र, सख्त और समुचित कार्रवाई करने की मांग की है.
सपा की इस शिकायत पर पलटवार करते हुए योगी सरकार के मंत्री मोहिसिन रजा ने कहा की पहले सपा उस नोटिस का जवाब दे, जिसमे हजारों लोग उसके दफ्तर पर जमा हुए थे. यह सपा की होने वाली हार का परिणाम है, जो अभी EVM पर भी ठीकरा फोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता पर सवाल उठाने वाले पहले अपने गिरेबान में झांक लें.
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