मुंह में अन्न का एक दाना नहीं, अखाड़े की मान्यता के लिए लड़ रहीं त्रिकाल भवंता
मुंह में अन्न का एक दाना नहीं, अखाड़े की मान्यता के लिए लड़ रहीं त्रिकाल भवंता
Share:

उज्जैन : यूं तो सिंहस्थ 2016 का शानदार आगाज़ 22 अप्रैल को संपन्न हुए शाही स्नान के साथ हो गया है। मगर अभी भी रूठने और मनाने का क्रम चल रहा है। जहां सिंहस्थ की शुरूआत के पहले विभिन्न साधु - संत जमीन को लेकर विवाद कर रहे थे वहीं अभी भी साध्वियां स्नान और सिंहस्थ में स्वयं को शामिल किए जाने को लेकर संघर्ष कर रही हैं। दरअसल महिलाओं के अखाड़े परी अखाड़े को मान्यता दिए जाने और शाही स्नान के दौरान पेशवाई निकाले जाने की अनुमति को लेकर अखाड़े की संस्थापक साध्वी त्रिकाल भवंता अनशन पर हैं।

उन्होंने करीब 1 सप्ताह से अन्न-जल का त्याग कर दिया है। अब तो उनकी हालत बेहद खराब हो गई है और उन्हें चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती किया गया है। जहां उनका उपचार किया जा रहा है। साध्वी त्रिकाल भवंता ने इसे सिंहस्थ 2016 में धर्म का चीरहरण करार दिया है। उनका कहना है कि सरकार ने जिस तरह से दूसरे अखाड़ों को सुविधाऐं दी हैं उसी तरह से महिला अखाड़े को सुविधाऐं देना चाहिए। उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए कहा है कि उच्च न्यायालय ने कहा है कि महिलाओं के अखाड़े को दूरे अखाड़ों की ही तरह सुविधाऐं दी जाना चाहिए।

इस तरह का आदेश भी उच्च न्यायालय ने दिया है मगर इसके बाद भी महिलाओं का अखाड़ा अभाव में है। यहां कई तरह की सुविधाऐं नहीं हैं। दूसरी ओर उन्होंने कहा कि उन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से अनुमति लेने के लिए कहा गया। मगर शाही स्नान संपन्न करवाने की जिम्मेदारी तो प्रशासन की है। ऐसे में महिला अखाड़ों को शाही स्नान के लिए सुविधाऐं प्रदान की जाना चाहिए।

इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों ने मीडिया से कहा है कि इस तरह का अनशन तुडवाया जाएगा। स्नान का अधिकार तो सभी का है। हां जहां तक अखाड़े की मान्यता का सवाल है यह तो अखाड़ा परिषद पर ही निर्भर है। मगर साध्वी का अनशन तुड़वाकर उन्हें इस बारे में समझाया जाएगा कि वे स्नान में शामिल हो सकती हैं। अखाड़ा परिषद द्वारा भी यह कहा गया है कि कोई अपने स्तर पर स्नान में शामिल हो सकता है। उल्लेखनीय है कि साध्वी त्रिकाल भवंता ने नासिक कुभ में भी अखाड़े को मान्यता देने और स्नान करने देने की अनुमति दिए जाने की मांग की थी। 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -