बुधवार को विश्व राजनीति पर हो रहे सम्मेलन 'रायसीना डायलॉग' में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत को अब अपनी पुरानी छवि से बाहर निकला है. भारत अब बचने की कोशिश नहीं करता वरन फैसला लेने में यकीन रखता है. भारत आतंकवाद से भी सख्ती से निपट रहा है. हालांकि, उन्होंने यह भी यकीन दिलाया कि भारत का रास्ता विध्वंसक नहीं है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि विदेश मंत्री का बयान ऐसे समय आया है जब दुनिया के कई मुल्कों ने हिंद-प्रशांत में भारत की बड़ी भूमिका का आह्वान कर चुके हैं. उन्होंने यह भी कहा कि एक वक्त था जब हम ज्यादा बोलते थे लेकिन अब यह स्थिति बदल रही है. अब हम ठोस फैसले ले रहे हैं. भारत अपनी पुरानी छवि से बाहर निकलते हुए अब आतंकवाद से सख्ती से निपट रहा है. हम बचने की कोशिश करने वाले नहीं बल्कि फैसले लेने वाले बनेंगे.
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दुनिया के कई महत्वपूर्ण मसलों पर जयशंकर ने अपनी बात रखी. उन्होंने अमेरिका और ईरान US and Iran के बीच जारी तनाव पर कहा कि दोनों ही विशिष्ट देश हैं और अब जो भी होगा वह संबंधित पक्षों पर निर्भर है. चीन के साथ संबंधों पर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के लिए महत्वपूर्ण मसलों पर सहमति बनाना जरूरी है. भारत और चीन के लिए संबंधों में संतुलन महत्वपूर्ण है. अब हम दोनों देशों को साथ-साथ चलना होगा.
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