रियो : टेनिस में भारत को पदक की उम्मीद जगाने वाली टेनिस मिश्रित जोड़ी सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना का आज अमेरिका की वीनस विलियम्स और राजीव राम की जोड़ी से मुकाबला था। पूरे भारत की निगाहें इस जोड़ी पर टिकी हुयी थी, लेकिन भारत को फिर एक बार निराशा हाथ लगी। मिक्स डबल्स के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को हार का मुह देखना पड़ा और भारत को स्वर्ण या रजत दिलाने का इस जोड़ी का सपना चूर हो गया. हालांकि अभी भी भारत को ब्रांज मेडल की उम्मीद कायम है जिसके लिए इस जोड़ी को आखिरी बार मैदान पर उतरना होगा.
सानिया और बोपन्ना ने सेमीफाइनल मुकाबले में पहले सेट में गजब का प्रदर्शन किया और सेट को 6-4 से आसानी से अपनी झोली में डाल लिया. भारतीय जोड़ी ने पहले वीनस विलियम्स की सर्विस तोड़ी फिर आसानी से पहला सेट जीत लिया. भारतीय जोड़ी के इतने जबरदस्त प्रदर्शन को देख कर लग रहा था कि इस मुकाबले में आसानी से जीत मिल जाएगी.
पहला सेट आसानी से जीतने की ख़ुशी भारतीय जोड़ी के चेहरे से साफ़ जाहिर हो रही थी और दोनों के हौसले सातवें आसमान पर थे. लेकिन जल्दी ही सानिया और बोपन्ना की जोड़ी से खेल के दौरान हुईं गलतियों का फायदा वीनस और राम की जोड़ी ने बखूबी उठाया, मुकाबले में वापिसी करते हुए विरोधी जोड़ी ने मैच पर अपनी पकड़ बनाई. इस सेट में अमेरिकी जोड़ी ने दो बार सानिया मिर्जा की सर्विस ब्रेक की और दूसरा सेट आसानी से 6-2 से अपने नाम कर लिया. तीसरे सेट में दोनों जोड़ियों के बीच काफी खींचतान चली और मुकाबला सुपर टाई ब्रेक तक गया. लेकिन फिर भारतीय जोड़ी पर दबाव बढ़ गया और इसी दवाब के कारण सानिया और बोपन्ना ने खुद की गलतियों की वजह से तीसरे सेट को 3-10 से अपने हाथ से गँवा दिया.
इसी हार के साथ भारत को टेनिस की इस जोड़ी ने स्वर्ण और रजत पदक से दूर कर दिया और भारतीय खेल प्रेमियों में निराशा छा गई. हलाकि अभी भी ये जोड़ी भारत को कांस्य पदक दिलाने के लिये मैदान में जद्दो जहद करने के लिए उतरेगी.