चंडीगढ़। हरियाणा में आरक्षण का जिन्न बोतल से बाहर निकल आया है। इस दौरान जाट व सैनी समुदाय अलग - अलग स्थान पर रैलियों का आयोजन करने में लगा है। रैलियों के माध्यम से दोनों समुदायों द्वारा अब तक आयोजित की गई, रैलियां शांतिपूर्ण रही हैं। इससे प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। रोहतक के समीप जसिया में जाट समुदाय की रैली का आयोजन, अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति के तत्वावधान में किया गया था।
इस रैली में प्रदेश सरकार से मांग की गई थी कि, वे उनकी आरक्षण संबंधी मांग को मान लें। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि, विभिन्न दलों ने ओबीसी समुदाय और अन्य तबकों को वोटबैंक की राजनीति के तहत उपयोग में लाया है। आरक्षण को लेकर जो रैली आयोजित की गई, उसमें केंद्रीय मंत्री व जाट नेता वीरेंद्र सिंह व इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय सिंह चौटाला शामिल हुए थे।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि, वे जनसंख्या के आधार पर आरक्षण देने की बात करते हैं वे आरक्षण की व्यवस्था को नकारना नहीं चाहते हैं। इस मामले में जींद में सैनी समुदाय की रैली का आयोजन किया गया। भारतीय जनता पार्टी के नेता व कुरूक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी ने कहा कि, आरक्षण ऐसा होना चाहिए जिसमें सभी समुदाय शामिल हो सकें। जाट समुदाय द्वारा 31 सदस्यीय समिति की घोषणा भी की गई। उक्त समिति वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पूर्व राजनीतिक गुटों का निर्माण करेगी।
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