बेगूसराय. एक फेरी वाला युवक, रेड लाइट एरिया में गया और उसे वहाँ चार साल पहले गुम हुई दोस्त की बहन दिख गई. दोनों ने एक दूसरे को पहचान लिया. युवक ने उससे बात की और फिर दोस्त को कॉल कर बहन का पता बताया. भाई पुलिस के साथ आया और बहन के साथ एक अन्य महिला भी बचा ली गई.
लड़की ने पुलिस को बताया कि करीब तीन साल पहले हरियाणा की एक महिला ने उसे काम दिलवाने का झांसा देकर पहले उसे किशनगंज के चकलाघर में बेच दिया, फिर बाद में उसे अशोक खलीफा के यहां बेच दिया गया. यहां उससे जबरन देह व्यापार कराया जाता था और इंकार करने पर पीटा जाता था. वहीं बचाई गई दूसरी लड़की ने बताया कि वह झारखंड के गुमला जिले की आदिवासी है. दस साल पहले नौकरी दिलाने के नाम पर एक औरत पटना ले आई और बेंच दिया. उसकी 5 साल की बेटी भी है. पुलिस ने बताया कि, “बुधवार को दो युवतियों को रेड लाइट एरिया से मुक्त कराया गया. दोनों की बरामदगी अशोक खलिफा और नसीमा खातून नाम के कोठे से की गई है.”
पुलिस ने सुबह करीब ग्यारह बजे अशोक खलीफा के घर में सर्च अभियान चलाया और लड़कियों को छुड़ाकर, उनकी निशानदेही पर अशोक खलीफा की पत्नी नसीमा खातून तथा उसके बेटे राहुल को अरेस्ट कर लिया.
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