शिमला: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के करीब टिहरा टनल में 12 सितंबर से फंसे तीन मजदूरो में से इन्हे बचा रही रेस्क्यू टीम ने दो मजदूरो से संपर्क कर लिया है, परन्तु तीसरे मजदूर का अब तक कुछ भी पता नही चल पाया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस टनल में मजदूर फंसे हैं वहां चारो और घुप्प अंधेरा है व रेस्क्यू टीम द्वारा 4 इंच डायमीटर (व्यास) वाले एक पाइप के जरिए मजदूरों को जरूरी चीजें पहुंचाई जा रही हैं। यह टनल एक पहाड़ी पर होने के कारण टीम को काफी परेशानी आ रही है. टीम ने पहाड़ी के ऊपरी हिस्से पर ड्रिल करने के बाद एक चार इंच के डायमीटर वाला पाइप डाला व इस पाइप के द्वारा मजदूरो को सीसीटीवी कैमरा और माइक्रोफोन भेजे गए है. ताकि इन मजदूरो से संपर्क किया जा सके. अब रेस्क्यू टीम को एक नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. टनल में फंसे मजदूरो ने कहा है की वे फिलहाल सुरक्षित कोने में हैं लेकिन बार-बार पाइप के पास आने में खतरा है, क्योंकि वहां लगातार मलबा गिर रहा है।
इन मजदूरों ने ये भी कहा है कि भले ही उनको निकालने में 10 दिन लग जाएं लेकिन पाइप के पास तभी बुलाया जाए जब कुछ बेहद जरूरी काम हो। यह टनल करीब 1260 मीटर लंबी है। इस टनल का कुछ हिस्सा बन भी चुका है। रेस्क्यू टीम को मजदूरो को बाहर निकलने में बहुत ही परेशानियां आ रही है रेस्क्यू टीम का कहना है की टनल के अंदर 40 मीटर दायरे में मलबा भर गया है। जब भी जितना मलबा निकाला जाता है, उससे कहीं ज्यादा टनल के अंदर पहुंच जाता है। इसके लिए हैवी बोरिंग मशीन चाहिए जो की जयपुर से आ गई है, यह मशीन शुक्रवार रात से अपना कार्य शुरू कर देगी. व इसके लिए एक नई सड़क का भी निर्माण किया गया है.