नई दिल्ली : दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के लिए आज उत्सव का दिन है। आज भारत का 67वां गणतंत्र दिवस है, जिसके माध्यम से भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया है कि वो एक मजबूत राष्ट्र है। इस साल का ये खास दिन और अधिक खास इसलिए भी है कि 67 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार है, जब विदेशी सैनिक ने मार्च किया। परेड में सबसे पहले फ्रांसीसी सैनिक की टुकड़ी राजपथ पर आई।
इसके बाद सेना की अलग-अलग टुकड़ियों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। इसके बाद सभी राज्यों की झांकियां आई और अंत में हुआ फ्लाईपास्ट। इसमें सेना के विमानों ने अपने करतब दिखाए। इस साल फिर से जो नई चीज थी, वो थी सभी मंत्रालयों की झांकियां। परेड का अंत फ्लैंकर के प्रदर्शन के साथ हुआ। आज भारत के सुखोई-30 ने भी 900प्रति कमी की स्पीड से करतब दिखाया। इसके अलावा सी-17 ग्लोबमास्टर, हरक्यूलस, 3 एमआई हेलीकॉप्टर आदि ने भी अपने करतब से समा बांधा।
इन सबके बाद बारी आई मोटर साइकिल सवारों के करतब का। मोटर साइकिल के जाबांजो के नाम पर 4 लिम्का बुक रिकॉर्ड दर्ज है। कई स्कूलों की एनसीसी टीम ने भी राजपथ पर परेड किया। पंचायत राज्य मंत्रालय की झांकी ने भी साफ संदेश दिया कि सशक्त महिला सशक्त पंचायत। पहली बार निर्वाचन आयोग की झांकी भी शामिल की गई। झांकी में 34 ऊंटो की टुकड़ी को भी शामिल किया गया। जिस पर बीएसएफ के जवान सवार थे।
अशोक चक्र पाने वाले लांस नायक मोहन गोस्वामी की पत्नी ने अशोक चक्र को ग्रहण किया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने अपने आगमन और निगमन दोनों समय में तीनों सेना के अध्यक्षों से मुलाकात की। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राजपथ पर झंडा फहराया, तो मोदी ने अमर जवान शहीद पर शहीदों को सलामी दी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने घर पर ही झंडा फहराया। बता दें कि आज ऑस्ट्रेलिया का स्वतंत्रता दिवस है। ऑस्ट्रेलियाई पीएम मैलकम टर्नुबल ने भारत के लोगों को रिपब्लिक डे की बधाई दी।
बीजेपी हेडक्वार्टर पर बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने तिरंगा फहराया। इस दौरान पूरी दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया गया। साथ ही दिल्ली को नो फ्लाइंग जोन में तब्दील कर दिया गया। इस बार गणतंत्र दिवस समारोह की समय सीमा कम थी। हर साल 105 मिनट का कार्यक्रम होता था लेकिन इस साल पूरा कार्यक्रम 96 मिनट तक चला। इस साल के आकर्षण में देश के जवानों के साथ डॉग स्क्वॉड ने भी कदम-ताल मिलाया। साथ ही पहली बार 120 महिलाओं की डेयरडेविल्स टुकड़ी ने भी परेड में भाग लिया।
इन सबके अलावा यह भी जानने वाली बात है कि पिछले साल जब गणतंत्र दिवस के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आए थे, तो उनके साथ 440 एजेंट और 1600 अमेरिकी जवान भी थे। इस बार ओलांद और मोदी को भारत ने ओबामा से भी ज्यादा सुरक्षा दे रखी थी। ओबामा खुले आसमान में बैठे थे, जब कि मोदी और ओलांद शीशे के बॉक्स में बैठे थे। ओलांद की सिक्युरिटी के लिए दिल्ली में 100 कंपनियों को हायर किया गया है। ओबामा के लिए 95 कंपनियां तैनात की गई थी। साथ ही 50 हजार जवानों को सिक्युरिटी के लिए तैनात किया गया था। दिल्ली में राजपथ के आस-पास की हाइ राइज बिल्डिंगो को बंद कर दिया गया है। इसके बाद शाम 5.30 बजे फ्रांसीसी प्रसीडेंट फ्रांस के लिए रवाना होंगे।