शिमला : शिमला जिला परिषद की बैठक में राजनीतिक नाटक देखने को मिला। दरअसल यहां पर प्रतिनिधि केवल 40 मिनट तक रहे है। इसके बाद विपक्षी पार्षदों ने सदन से वॉक आउट कर दिया। ऐसे में जनहित में कोई भी कार्य नहीं हो सका। उल्लेखनीय है कि बुधवार को जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक का आयोजन हुआ।
जिसमें यह बैठक 11.7 मिनट पर हुइ्र। इस बैठक में जिला परिषद की अध्यक्ष धर्मिला हरनोट पहुंची। जिला परिषद सदस्य दलीप कायथ द्वारा 14 वें वित्त आयोग द्वारा पार्षदों की शक्तियां छीनने को लेकर भी चर्चा की गई।
अन्य सदस्यों ने भी इस तरह की मांग का समर्थन किया। कुछ समय बाद अर्थात दोपहर 12 बजे सदस्य फिर से सदन में पहुंचे। जिला परिषद सदस्य इंदू वर्मा द्वारा कहा गया हैं कि वे सामूहिक इस्तीफा देने को लेकर भी तैयार हैं। उनकी सारी शक्तियां छीन ली गई हैं। तो फिर वे सदस्य किस तरह से हो सकते हैं। ऐस में उनका विरोध और नारेबाजी प्रारंभ हो गई।