मुंबई: भारत में अपने अनशन और आंदोलन के दम पर मशहूर हुए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने एक महत्वपूर्ण बयान में दोहराया है की भारतीय निर्वाचन आयोग अपने महत्वपूर्ण चुनावी सुधारों के तहत मतपत्रों व इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से चुनाव चिह्न हटाने जाने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे रालेगण सिद्धि में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे,
उन्होंने कहा की भारतीय मतपत्र पर चुनाव चिह्न अशिक्षित वोटरों के लाभ के लिए एक जरूरत है जो उम्मीदवारों का नाम नहीं पढ़ सकते। अन्ना हजारे ने कहा की जब भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों और मतपत्रों पर उम्मीदवारों की तस्वीरें छापने का फैसला किया है तो मतपत्र पर भी चुनाव चिह्न की कोई जरूरत नहीं है. व इसके लिए मेने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को एक पत्र लिखा है.
अन्ना हजारे ने कहा की भारत में चुनाव चिह्न हटाने से पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से चुनाव होगा, व इन मतपत्र पर चुनाव चिह्न रहने से कुछ राजनीतिक दलों को अनुचित फायदा मिल जाता है. जो की सरासर गलत है. मैं इसका पुरजोर विरोध करता हु. तथा भारत में चुनाव सुधार के कार्यक्रम के तहत देशव्यापी अभियान की शुरूआत करने का निर्णय लिया है.