राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' की आज पुण्यतिथि है, भारतीय साहित्य में 'दिनकर' वह नाम है, जिनकी कविताएं युवाओं के रक्त में उबाल ला देती थी, जिनकी कविताओं की एक - एक पंक्ति से सभी में जोश भर जाता था.
जला अस्थियाँ बारी-बारी
चिटकाई जिनमें चिंगारी,
जो चढ़ गये पुण्यवेदी पर
लिए बिना गर्दन का मोल
कलम, आज उनकी जय बोल।