मुंबई : ब्रिटेन में हुए जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से अलग होने (ब्रेक्सिट )के फैसले का दबाव देश की मुद्रा पर भी देखा गया. रुपया डॉलर के मुकाबले 71 पैसे कमजोर होकर 67 .96 पर पहुँच गया.जबकि पिछले दिन 67 .25 पर बंद हुआ था.
भारी गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई ने कुछ कदम उठाए है. ब्रेक्सिट फैसले के बाद रुपए ने 1 .4 फीसदी की गिरावट के साथ 68 .22 का निचला स्तर छू लिया था. डॉलर के लिए आरबीआई का संदर्भ मूल्य 68 .01 तय किया गया.
मुद्रा कारोबारियों के विश्लेषकों के अनुसार आरबीआई द्वारा सरकारी बैंकों के जरिए डॉलर की बिकवाली के बाद रुपया संभला. केंद्रीय वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने शेयर और मुद्रा बाजार को हिम्मत बंधाने की कोशिश की.उन्होंने कहा भारतीय अर्थ व्यवस्था की बुनियाद मजबूत है इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
राजन ने कहा आरबीआई बाजार पर निगाह बनाए हुए है.वित्तीय बाजार को सुचारु बनाए रखने के लिए तरलता बढ़ाने सहित सभी कदम उठाएगा.
कोटक सेक्युरिटीज के करेंसी डेरिवेटिव्स कारोबार के सहायक उपाध्यक्ष अनिंद्य बनर्जी ने कहा निकट अवधि में हम अतयधिक उतार -चढ़ाव की उम्मीद करते है.हालाँकि हमारी बुनियाद मजबूत है फिर भी सुस्त विकास के माहौल और जोखिम वाली सम्पत्तियों के अतयधिक मूल्याङ्कन से डॉलर और येन के मुकाबले रुपए में गिरावट दर्ज की जा सकती है.