भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा है कि भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों (PSO) जो मालिकाना त्वरित प्रतिक्रिया (QR) कोड का उपयोग करते हैं उन्हें 31 मार्च 2022 तक एक या एक से अधिक अंतर-योग्य QR कोड में स्थानांतरित करना होगा। RBI ने भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों को अपने पत्र में बैंकों सहित डिजिटल भुगतान लेनदेन के लिए क्यूआर कोड के बुनियादी ढांचे पर गैर-बैंकों ने कहा कि प्रोफेसर दीपक फाटक की अध्यक्षता में एक गठित समिति ने मौजूदा प्रणाली की समीक्षा के बाद अंतर-क्यूआर कोड की दिशा में कदम सुझाए हैं। भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों में कार्ड भुगतान नेटवर्क, एटीएम नेटवर्क, प्री-पेड भुगतान उपकरण जारी करने वाली संस्थाएं, व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर आदि शामिल हैं।
यूपीआई क्यूआर और भारत क्यूआर अस्तित्व में दो अंतर-क्यूआर कोड वर्तमान में जारी रहेंगे। इसके बाद किसी भी भुगतान प्रणाली ऑपरेटरों द्वारा किसी भी भुगतान लेनदेन के लिए कोई नया मालिकाना क्यूआर कोड लॉन्च नहीं किया जाएगा। केंद्रीय बैंक इंटरकरेबल क्यूआर कोड को मानकीकृत और बेहतर बनाने के लिए एक परामर्शी प्रक्रिया जारी रखेगा ताकि फाटक समिति द्वारा पहचानी जाने वाली लाभकारी सुविधाओं को सक्षम बनाया जा सके।
भुगतान प्रणाली संचालक इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पहल कर सकते हैं। इन उपायों से स्वीकृति के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने, अंतरप्रयोग के कारण बेहतर उपयोगकर्ता सुविधा प्रदान करने और सिस्टम प्रभावशीलता को बढ़ाने की उम्मीद है।
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