कोरोना काल में केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने का शानदार बयान सामने आया है. जिसमें उन्होने कहा कि Tik TOK, यूसी ब्राउज़र और अन्य चीनी ऐप सहित 59 मोबाइल ऐप का प्रतिबंध भारत के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है. इन ऐप के प्रतिबंध से भारतीयों के लिए स्वयं के एप लाने का 'शानदार अवसर' पैदा हो गया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'प्रतिबंध के मद्देनजर जो हमने लगाया है मुझे लगता है कि यह एक महान अवसर है. क्या हम भारतीयों द्वारा किए गए बनाए गए अच्छे Apps के साथ आ सकते हैं? विभिन्न कारणों से अपने स्वयं के एजेंडे के साथ विदेशी एप्स पर निर्भरता को रोकें.'
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केंद्र सरकार ने भारत-चीन के तनाव की वजह से शानदार फैसला लिया है. जिसकी वजह से चीनी सरकार को जबरदस्त झटका लगा है. इससे पहले भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने चाइनीज एप की एक लिस्ट तैयार की थी, और केंद्र सरकार से बैन लगाने की बात कही थी. बैन लगाने के पीछे दलील ये दी गई थी कि चीन भारतीय डेटा हैक कर सकता है. इन एप्स के ब्लॉक होने का मतलब है कि अब भारतीय यूजर्स इन ऐप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बैन किए गए ऐप में मशहूर टिक-टॉक का नाम भी शामिल है. इसके अलावा यूसी ब्राउजर, कैम स्कैनर जैसे कई लोकप्रिय एप्लीकेशन शामिल है. वही, सरकार की ओर से बताया गया कि डेटा सुरक्षा से जुड़े पहलुओं और 130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं. हाल ही में यह ध्यान दिया गया है कि इस तरह की चिंताओं से हमारे देश की संप्रभुता और सुरक्षा को भी खतरा है.
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