दुष्कर्म पीडिता बनी साहस की मिसाल
दुष्कर्म पीडिता बनी साहस की मिसाल
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नालंदा: किसी जमाने में श्रेष्ठ शिक्षा स्थली के लिए विख्यात नालंदा से एक ऐसी खबर आई है जिसमें ख़ुशी और गम का मिला-जुला मिश्रण है. ख़ुशी इस बात की कि दुष्कर्म के बाद भी नाबालिग ने 10 वीं की परीक्षा में 67 फीसदी अंक प्राप्त किये, वहीँ गम इस बात का कि दुष्कर्म करने वाला बिहार का पूर्व मंत्री और जन प्रतिनिधि है|

तीन माह पहले 6 फरवरी को पडोसी सुलेखा के धोखे के कारण राबड़ी देवी सरकार में मंत्री रह चुके और नवादा के विधायक राजवल्लभ यादव के कार्यालयनुमा आवास में उनकी हवस का शिकार बनी. यह 15 वर्षीय नाबालिग लडकी एक माह तक तो इस सदमे से उबर ही नहीं पाई. इस दौरान ठीक से पढ़ लिख भी नहीं सकी थी. इसके बावजूद उसने 67 फीसदी अंक प्राप्त किये. उसे 500 में से 336 अंक मिले जबकि गणित में 76 फीसदी अंक हासिल किये. पीडिता के उस जज्बे को सलाम जो उसने गलत कदम उठाने के बजाय जिन्दगी से साहस के साथ लड़ना सीखा|

आरोप लगने के बाद 53 वर्षीय विधायक राज वल्लभ यादव एक माह तक फरार रहे. बाद में पीडिता द्वारा विधायक और उनके कार्यालयनुमा आवास की पहचान की तो उन्होंने समर्पण किया. फिलहाल वे सलाखों के पीछे है. उधर, सुलेखा नामक जिस महिला ने 30 हजार रुपए लेकर रात भर के लिए छात्रा की अस्मत का सौदा विधायक से किया था, उसे और उसके पति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है|

6 फरवरी को सुलेखा ने बिहार शरीफ में किराए से कमरा लेकर पढ़ाई कर रही पीड़ित नाबालिग छात्रा को बर्थ डे के बहाने बख्तियारपुर ले गई. जहाँ पहले से तैयार बोलेरो गाड़ी में छात्रा को बैठाकर नवादा स्तिथ आवास ले गई और 30 हजार रु.लेकर उनके हवाले कर दिया था|

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