रमजान के महीने में डायबिटीज के मरीज रख रहे हैं रोजा तो ध्यान रखें ये बातें
रमजान के महीने में डायबिटीज के मरीज रख रहे हैं रोजा तो ध्यान रखें ये बातें
Share:

मुस्लिम समुदाय के बीच रमजान (Ramzan) के महीने को बहुत पवित्र महीना माना गया है। आप सभी को बता दें कि ये इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) का नौंवा महीना है और इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग करीब एक महीने तक रोजा रखते हैं। ऐसे में अगर आज 2 अप्रैल शनिवार को चांद दिख गया तो 3 अप्रैल को पहला रोजा (Roza) रखा जाएगा। आप सभी को बता दें कि रोजे के दौरान सूर्योदय के बाद से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाने पीने की मनाही होती है। जी हाँ, केवल यही नहीं बल्कि इस दौरान अपना थूक भी नहीं निगला जाता। इस दौरान ज्यादातर वयस्क लोग रोजे रखते हैं। लेकिन क्या डायबिटीज के मरीजों के लिए रोज़े रखना सुरक्षित है? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि डायबिटीज के मरीजों को बहुत देर तक भूखा नहीं रहना चाहिए। हालाँकि 14 से 15 घंटे तक कुछ नहीं खाने से उनकी हालत बिगड़ सकती है, अब हम आपको बताते हैं इसके बारे में।

डायबिटीज के मरीज रोजे रखते समय ये सावधानी बरतें-

– बीमार लोगों को रोजा न रखने की छूट है। जी हाँ और ऐसे में अगर आप रोजा न रखें तो ही आपके लिए बेहतर है क्योंकि काफी घंटे तक भूखा रहने से डायबिटीज के मरीजों में ग्लूकोज के स्तर में अचानक से गिरावट हो सकती है जिससे हाइपोगिलेसेमिया हो सकता है। जी हाँ और ऐसे में चक्कर और बेहोशी भी हो सकती है। इसके अलावा अगर शुगर बढ़ गई तो आंखों के सामने धुंधलापन, बेहोशी, कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

– रोजे के दौरान कई घंटों तक कुछ न खाने से आपका ब्लड प्रेशर भी प्रभावित हो सकता है। जी दरअसल सभी को ब्लड प्रेशर को लेकर सतर्क रहना चाहिए और टेस्टिंग किट के जरिए इसे समय-समय पर चेक करते रहें। रोजे में तनाव से बचें क्योंकि तनाव भी बीपी को प्रभावित कर सकता है।

– रोजे के दौरान ग्लूकोज को नियंत्रित करें और इस बारे में विशेषज्ञ से जरूर पूछें। सेहरी के दौरान आप जब भी कुछ खाएं तो पहले अपने ब्लड शुगर को चेक करें, उसके अनुसार ही डाइट में चीजों को शामिल करें।

– रोजे के दौरान कई बार लोग सेहरी के समय बहुत ज्यादा खा लेते हैं, इससे भी ग्लूकोज का स्तर बढ़ने का खतरा रहता है। इसी के साथ ध्यान रहे एक साथ ज्यादा न खाएं। डाइट में फल, सब्जियां, दालें, दही आदि चीजें शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट वाली चीजें कम खाएं।

– शरीर में पानी की कमी न होने दें। रोजे के दौरान घर से बाहर न निकलें क्योंकि अभी गर्मी का प्रकोप है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

रमजान: आखिर क्यों खजूर खाकर ही खोला जाता है रोजा? जानिए वजह

2 अप्रैल से शुरू होगा रमजान का महीना, जानें सहरी-इफ्तार का वक्त

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -