लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती को एक और बड़ा झटका लगा है। बसपा सरकार में मंत्री पद पर रहे सादाबाद MLA रामवीर उपाध्याय ने पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। इसके साथ ही उपाध्याय के समाजवादी पार्टी (सपा) या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के कयास तेज हो गए हैं।
बसपा के बड़े ब्राह्मण नेताओं में शामिल उपाध्याय ने पार्टी प्रमुख मायावती को भेजे अपने इस्तीफे में पार्टी के अपने सिद्धांतों से भटकने को कारण बताते हुये पार्टी से किनारा कर लिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि वह विगत 25 सालों से बसपा के सक्रिय सदस्य रहे हैं और पार्टी के लगातार घटते जनसमर्थन के लिये उन्होंने हाईकमान को सतर्क भी किया था। उन्होंने कहा कि पार्टी के हाई कमान ने इसकी समीक्षा नहीं की।
उपाध्याय द्वारा इस्तीफा दिये जाने के बाद ये माना जा रहा है कि वे भी भाजपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने के बाद सपा में जा सकते हैं। हालाँकि, स्वामी के नेतृत्व में सपा हेडक्वार्टर पहुंचने वाले विधायकों में उपाध्याय मौजूद नहीं थे। इसके बाद उनके अब भाजपा का रुख करने की अटकलें शुरु हो गयी हैं। उपाध्याय ने खुद अपने सियासी भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा है।
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