नईदिल्ली: वरिष्ठ वकील और भाजपा के पूर्व नेता रामजेठमलानी ने आज आरएसएस के सरसंघ चालक डाॅ. मोहन भागवत के आरक्षण को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि यह बयान भाजपा के लिए बिहार चुनाव में अगड़ी जाति को रिश्वत दिए जाने जैसा माना जा सकता है। यही नहीं उन्होंने कहा कि उन्होंने बरसों पहले मंडल आयोग के पक्ष में उच्चतम न्यायालय में दलील दी थी। बिहार और तमिलनाडु के सरकारी वकील के तौर पर पैरवी करने वोल जेठमलानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को उन्होंने इस बारे में पत्र लिखा है।
उनका कहना है कि भागवत का विचार है कि आरक्षण की समीक्षा करने की बात चुनाव के दौरान कह दी जाए फिर इसे जुमला कह दिया जाएगा और खारिज कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केवल एक वर्ग विशेष को लुभाने का काम करने के लिए किया गया है। उनका कहना है भागवत ने इस बात पर विचार नहीं किया कि आखिर आरक्षण में संशोधन को संसद में पूर्ण बहुमत से पारित किस तरह से किया जाएगा।