नई दिल्ली: मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजधानी दिल्ली में पुरे भारत की सभी 62 कैंटोनमेंट-बोर्ड्स में रहने वाले 20 लाख व्यक्तियों के लिए ई-छावनी पोर्ट्ल को पेश किया। इस वेबसाइट से आम जनता के लिए कैंट की वे सेवाएं जिसके लिए उन्हें लाइन में लगना पड़ता था, वो अब घर बैठे ऑन-लाइन अप्लाई कर सकते हैं। इन सुविधाओं में जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन, सीवर लाइन की मरम्मत, ट्रेड लाईसेंस, मोबाइल टॉयलेट लोकेटर इत्यादि सम्मिलित हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार भारत के सामाजिक-आर्थिक उत्थान की दिशा में भरपूर कार्य कर रही है। इसी प्रक्रिया में कैंट (छावनियों) में रहने वाले व्यक्तियों का जीवन सुविधाजनक बने, उसी दिशा में ई-छावनी वेबसाइट पेश किया गया है। क्योंकि सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के मूलमंत्र, मिनिमम गर्वमेंट एंड मैक्सिमम गर्वनेंस पर कार्य करती है। राजनाथ सिंह ने बताया कि वे स्वयं लंबे वक़्त तक जनप्रतिनिधि रहे हैं तथा जानते हैं कि छावनियों में रहने वाले व्यक्तियों को बहुत दिक्कतों से गुजरना पड़ता है।
रक्षा मंत्री ने बताया कि आज डिफेंस सेक्टर हो या फिर आईटी, ट्रेड, इकोनोमी अथवा फिर एग्रीकल्चर, विश्व में भारत की एक अलग और नई छवि बनी है। ये छवि पहले की धारणा से कहीं अलग है। ट्रेड एवं इकनोमी में तो भारत विश्वभर के लिए एक संभावनाओं का देश बन गया है। आपको बता दें कि इन दिनों भारतीय सेना का पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर चीनी सेना के साथ डिसइंगेजमेंट चल रहा है। इस के चलते चीनी सेना पैगोंग-त्सो लेक के उत्तर एवं दक्षिण में पीछे हट रही है। इस डिसइंगेजमेंट समझौते की घोषणा स्वयं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में किया था।
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