नई दिल्ली : गुजरात के स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव को लेकर संसद में विरोध दर्ज किया गया। इस मामले में राज्य सभा में कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने विभिन्न मसले को सामने रखा। सांसद राजीव शुक्ला ने इस मामले में कहा कि सरकार किताबों से पुराने महापुरूषों का इतिहास हटाने में लगी है। गुजरात में जून से जो नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने जा रहा है, उसमें अब भारत माता, भारतीय संस्कृति को स्थान दिया जाना है।
ऐसे में कांग्रेस सांसद ने विरोध जताते हुए कहा है कि सरकार द्वारा पाठ्यक्रम में जिस तरह का बदलाव किया जा रहा है वह ठीक नहीं है। उन्होंने जिस तरह से महापुरूषों के नाम किताबों से हटाने के ही साथ हवाई अड्डों पर केवल शहर के नाम की घोषणा को लेकर निर्देश दिए हैं। आखिर हमारे लिए सभी महापुरूष एक जैसे हैं।
कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी महापुरूषों में भेदभाव क्यों नहीं किया है। सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार करते हुए विभिन्न आरोपों को नकार दिया उनका कहना था कि महापुरूषों का नाम इतिहास के पन्नों से नहीं हटाया जा रहा है। कांग्रेस ने कुछ महापुरूषों ने नामों को सामने नहीं रखा जिस पर एनडीए सरकार ने उनके नामों को इस तरह से सामने रखा।