जालोर: सिंचाई के लिए जल की मांग को लेकर अनकमाण्ड क्षेत्र के किसानों का धरना पिछले सात दिन से लगातार जारी है. किन्तु आज तक धरनास्थल पर न तो कोई अधिकारी पहुंचा है और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने किसानों की सुध ली है. यहां अब किसानों की परेशानी सुनने कौन आएगा इस बात का अंदाजा प्रशासन की इस निष्क्रियता से लगाया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि, बीते सात दिन से नर्मदा नहर के किनारे पर बसे गांव मेघावा, कुंडकी, मणोहर, वीरावा व अगड़ावा के सैकड़ों किसान धरने पर बैठे हुए है, किन्तु अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने धरनास्थल पर जाकर किसानों की परेशानी सुनने की जहमत भी नही उठाई. मजे की बात तो यह है कि सूबे के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई स्वयं इस विधानसभा क्षेत्र में आए थे, किन्तु इन किसानों के धरने पर आकर परेशानियां नही सुनीं.
सबसे बड़ी बात तो यह है कि बीते सात दिन से धरना लगातार चल रहा है. यहां तक कि किसान उपखण्ड अधिकारी व नर्मदा विभाग के प्रमुख अभियंता को अनिश्चितकालीन धरने का ज्ञापन देकर आए थे, किन्तु किसानों के इस अनिश्चितकालीन धरने को सात दिन बीतने के बाद भी प्रशासन अब तक किसानों की कोई सुध नहीं ली है.
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