जयपुर: राजस्थान में चुनाव समाप्त होने के साथ गुर्जर आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर से सुर्ख़ियों में आ गया है, लेकिन इस बार गुर्जरों को सरकारी नौकरी में आरक्षण मिलने से अधिक चर्चा कर्नल किरोड़ी बैंसला और हिम्मत सिंह के बारे में हो रही है. क्योंकि दोनों ही गुर्जर नेता एक दूसरे के आमने सामने नज़र आ रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कर्नल किरोड़ी बैंसला के भाजपा ज्वाइंन करने के बाद अब हिम्मत सिंह निरंतर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर किरोड़ी बैंसला किस हैसियत से सरकार से बातचीत करेंगे. किरोड़ी बैंसला और कैबिनेट के मंत्रियों के साथ 30 जून को वार्ता होगी. इस बैठक में प्रक्रियाधीन और बैकलॉग की भर्तियों को लेकर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है. गुर्जर नेताओं में नाराजगी है कि समझौते के मुताबिक, गुर्जरों को भर्तियों में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है. जिसके कारण गुर्जर सहित पांचों जातियों को सरकारी नौकरी नहीं मिल रही है.
उनका कहना है कि कई विभागों की लापरवाही के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है. जो भर्तियों आरक्षण के कारण अटकी हुई है, उसको लेकर सरकार इस बैठक में फैसला ले सकती है. यानि आगे आने वाले दिनों में हजारों बेरोजगारों को राजस्थान की गहलोत सरकार राहत दे सकती है. कर्नल किरोड़ी बैंसला के साथ राजस्थान कैबिनेट में मंत्री विश्वेद्र सिंह, रघु शर्मा और मास्टर भंवरलाल मेघवाल बातचीत करेंगे, जिसमें मुख्य सचिव सहित चार विभागों के एसीएस अपने अपने विभाग की भर्तियों के संबंध में जानकारी देंगे.
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