जयपुर: मानवेंद्र सिंह नई दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने से एक दिन पहले, उनके पिता जसवंत सिंह, चार साल के अंतराल के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर वापसी की है. 2014 में हुई एक दुखद दुर्घटना के बाद से वे कोमा में चले गए थे, उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल @mpjaswantsingh पर 4 जून 2014 के बाद 16 अक्टूबर 2018 को ट्विटर पर वापसी की. इस दौरान उनके छोटे भाई भूपेंद्र सिंह उनका अकाउंट मैनेज कर रहे थे.
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उल्लेखनीय है कि जसवंत सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई के समय वित्त मंत्री भी रह चुके हैं, जिसके बाद 2014 में उनके साथ एक दुर्घटना हुई और वे कोमा में चले गए. इस दुर्घटना से कुछ समय पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से लड़ने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया, भाजपा द्वारा किए गए इस अपमान के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और 4 लाख से अधिक वोट हासिल किए, लेकिन भाजपा द्वारा समर्थित सोनाराम चौधरी ने उनके हाथ से जीत छीन ली, साथ ही भाजपा ने पार्टी से बगावत करने के कारण उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
अब जब उनके बेटे बड़े बेटे मानवेंद्र, मानवेन्द्र की पत्नी चित्रा सिंह और छोटे भाई भूपेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, तो एक पिता और अनुभवी राजनीतिज्ञ की तरह वे अपने बेटों के सम्बन्ध में ट्वीटर पर फिर से एक्टिव हो गए हैं. आपको बता दें कि बाड़मेर सहित पुरे मारवाड़ क्षेत्र के राजपूत, जसवंत सिंह और उनके बेटे मानवेन्द्र सिंह पर विश्वास रखते हैं ऐसे में जसवंत सिंह का वापिस ट्विटर पर आना उनके बेटे की जीत सुनिश्चित कर सकता हैं.
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