जयपुर: राजस्थान में आज से सीएम अशोक गहलोत ने 'कोई भूखा नहीं सोए' अभियान का आगाज़ करते हुए इंदिरा रसोई योजना आरंभ की है। योजना पर वार्षिक 100 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है। सीएम अशोक गहलोत ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से इस योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा है कि इंदिरा रसोई योजना प्रदेश की एक ऐसी बेहतरीन योजना है जिसमें शहरी गरीब परिवारों को पौष्टिक भोजन सस्ती दर पर मिलेगा।
वसुंधरा राजे की अन्नपूर्णा रसोई योजना को बंद कर, उसके स्थान पर यह योजना आरंभ की है। आज पूर्व पीएम राजीव गांधी की जयंती पर इसे राज्यभर के 213 नगरीय निकायों में 358 रसोई के साथ आरंभ किया जा रहा है। इस योजना में रसोई के स्थान पर बैठकर भोजन करने का प्रबंध होगा। इंदिरा रसोई योजना में भोजन का वक़्त सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक होगा जबकि शाम के भोजन का वक़्त शाम 5:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक होगा। इस योजना के अंतर्गत शुरुआत में प्रत्येक निगम क्षेत्र में 300 लोगों को, नगर परिषद और पालिका क्षेत्र में 150 लोगों को सुबह-शाम भोजन कराया जाएगा।
दरअसल, गहलोत ने पॉवर में आने के बाद वसुंधरा राजे की 8 रुपये में भरपेट भोजन और 5 रुपये में भरपेट नाश्ता देने वाली अन्नपूर्णा रसोई योजना को बंद करने का फरमान दे दिया था। इसे लेकर लोगों में भारी गुस्सा था। सरकार के मुताबिक, प्रतिदिन 1 लाख 34 हजार और पूरे वर्ष में 4 करोड़ 87 लाख लोगों को भोजन कराने का टारगेट रखा गया है। इसकी ऑनलाइन निगरानी होगी और मोबाइल पर कूपन की जानकारी देनी होगी।
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