छुहारा सूखे मेवो में से एक है ये भूरे रंग का तथा खाने में मीठा होता है .छुहारे एक बार में चार से अधिक नहीं खाने चाहिए , क्योकि यह बहुत गर्म प्रवृति के होते है इसलिए ज़्यादा खाने से शरीर में गर्मी आती है. छुहारे को दूध में मिलाकर खाने से इसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है .इसकी तुलना बादाम और मुनक्के से की जा सकती है .
छुहारे से होने वाले फायदे -
1- रोजाना रात को दो छुहारे दूध में मिलाकर पीने से हकलाना और तुतलाना काफी हद तक ठीक हो जाता है .
2-बिना बीज वाले छुहारे को पीस कर इसके साथ पिस्ता बादाम चिरोंजी और मिश्री मिलाकर इसे शुद्ध घी में मिलाकर रख दे 1 सप्ताह बाद इसे 20-20 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से कमजोरी ठीक हो जाती है .
3- दूध में भिगो कर छुहारे खाने से लकवे के रोग में आराम मिलता है .
4- गुठली निकाल कर छुहारे के टुकड़े दिन में दो तीन बार चूसे कम से कम 6 महीने इसका सेवन करने से डायबिटीस में लाभ मिलता है
5- छुहारा खाने से खून साफ़ होता है और त्वचा संबंधी रोग नहीं होते .
6- सर दर्द होने पर छुहारे कि गुठली को घिस कर सर पर लेप करने से सर दर्द में आराम मिलता है .
7- गला सूखने पर छुहारे की गुठली को मुह में रखकर चूसना चाहिए .
8- अगर बच्चा कमज़ोर है तो 6 ग्राम से 30 ग्राम तक छुहारे लेकर पानी में धो कर साफ़ कर ले ,और गुठली निकाल कर दूध में भिगो दे थोड़ी देर बाद छुहारो को निकाल कर सिल पर पीस ले और कपडे में रस निचोड़ ले ,इस तरह दिन में तीन बार ताजा रस निकाल कर बच्चे को पिलाये बच्चे के शरीर में खूब ताकत आ जाएगी .एक वर्ष से कम आयु के बच्चे को इसे नहीं पिलाना चाहिए.