नई दिल्ली : बीते दिनों हरदा के समीप हुई रेल दुर्घटना से बड़े पैमाने पर यात्रियों को प्रभावित होना पड़ा वहीं रेलवे का भी काफी नुकसान हुआ। मगर अब रेलवे के तकनीकी पक्ष द्वारा अब ट्रेन की आमने-सामने होने वाली दुर्घटना को रोकने के उपाय किए गए। इस दौरान रेलवे जीपीएस संचालित उपकरण के उपयोग का निर्णय लेने पर विचार कर रहा है। इस तरह की तकनीक में कहा गया है कि पटरियों पर विपरीत दिशा से आ रही रेलगाडि़यों की गति स्वतः ही थमने लगेगी।
इससे दुर्घटना का अंदेशा नहीं रहेगा और केजुलिटी भी नहीं होगी। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रेलवे ट्रेक क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में ट्रेन का परिचालन किस तरह से सुरक्षित किया जा सकता है। इस मामले में रेलवे मंत्रालय ने अपनी रूचि दिखाई है। दूसरी ओर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने इस पूरे मामले में कहा कि इस तरह की तकनीक का उपयोग तीन मंडलों में किया गया। यह मंडल दक्षिण-पूर्व- मध्य रेलवे के तहत बिलासपुर, रायपुर और नागपुर शामिल हैं।
इसके अलावा दक्षिण पूर्व रेलवे और तीसरा रेलवे उत्तर पूर्वी रेलमंडल भी शामिल है। इन रेलमंडलों द्वारा अपनी गाडि़यों के परिचालन को सुरक्षित करने की पहल की जा रही है। इन सभी मंडलों के रेल संरक्षा आयुक्त और मुख्य संरक्षा आयुक्त उपकरणों की कार्यप्रणालियों का अवलोकन करेंगे।