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नई दिल्ली : यू तो अप्रैल माह की शुरूआत लोगों को मूर्ख बनाकर की जाती है मगर लगता है। कांग्रेस देशभर में अपने गिरते परफाॅर्मेंस को लेकर आमजनता को मूर्ख बना गई। 59 दिन के अज्ञातवास के बाद कांग्रेस के युवराज लौटे तो जैसे कांग्रेस में नई जान ही आ गई। आनन - फानन में सभी को जानना था कि आखिर पप्पू 59 दिन में पास होने का ऐसा कौन सा फाॅर्मूला लेकर आया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता दिवाली मनाते हुए 10 जनपथ पहुंचे। हर कहीं जमकर आतिशबाजी की गई।
राहुल बाबा की वापसी का सबसे लंबा इंतजार करने वाली मीडिया पटाखों की आवाज से संदेह में आ गया।
कुछ ने तो राहुल से यह पूछने का प्लान भी बना लिया कि कहीं राहुल इतने दिन अपनी शादी फिक्स करने के लिए गायब तो नहीं रहे। मगर राहुल ने किसी को मौका नहीं दिया।
नए सिरे से कांग्रेस को गढ़ने में जुटे राहुल बाबा को न चापलूसों की परवाह थी और न चाटुकारों से कोई सरोकार। राहुल की अगली रणनीति ही बता पाएगी कि राहुल घर वापसी के बाद अपने साथ कौन सा गुरू मंत्र लेकर आए हैं।