नई दिल्ली : शुक्रवार को भारत एक महत्वपूर्ण रक्षा सौदा करेगा। दरअसल फ्रांस के लड़ाकू विमान राफेल की खरीदी को शुक्रवार को आगे बढ़ाया जाएगा। फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यीव ली ड्रियान भारत के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान भारत और फ्रांस के बीच राफेल सौदे को आगे बढ़ाया जा सकेगा। यदि भारत को राफेल की खेप मिल जाती है और इसे वायु सेना में शामिल कर लिया जाता है तो फिर भारत चीन का सामना कर सकेगा मगर रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन का सामना करने के लिए भारत को बहुत कुछ प्रयास करने होंगे।
दरअसल राफेल विमान की खरीद भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा के लिए भी उत्तम मानी जा रही है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने फ्रांस दौरे के तहत 36 राफेल विमान खरीदने की घोषणा की थी। दरअसल फ्रांस की डसाल्ट एविएशन कंपनी यह विमान बनाती है। यदि ये विमान भारत को मिल जाते हैं तो भारत मिग विमानों की खराब हालत से उबर पाते हैं।
फ्रांस इन विमानों का उपयोग आईएसआईएस के खिलाफ इराक और सीरिया में कर रहा है। यह विमान हवा से जमीन में मार करने वाले स्क्ल्प मिसाईल से लैस होता है और 3800 किलोमीटर तक उड़ सकता है। इस सौदे के तहत भारत को हथियार और विमान के लिए 1600 करोड़ रूपए वहन करना होंगे। वर्ष 2019 में यह भारत आना प्रारंभ हो सकते हैं।
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