नई दिल्ली : अत्याधुनिक राफेल जैसे लड़ाकू विमान अब भारतीय वायुसेना की शक्ति बनने जा रहे है। शुक्रवार को ही भारत और फ्रांस के बीच विमान खरीदी के समझौते पर हस्ताक्षर हो गये है। समझौते के लिये फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यीव ली भारत आये थे। बीते कुछ दिनों से भारत और फ्रांस के बीच राफेल विमान खरीदी के लिये बात चल रही थी। हालांकि यह तो साफ हो ही गया था कि भारत फ्रांस से राफेल विमान की खरीदी करने वाला है लेकिन पाकिस्तान के साथ उपजे तनाव के विमान खरीदी डील में ढिलाई होने की भी संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा था।
बावजूद इसके शुक्रवार के दिन दोनों देशों के बीच खरीदी समझौते पर हस्ताक्षर हो गये। फ्रांस के विदेश मंत्री के अलावा भारत के विदेश मंत्री मनोहर पर्रिकर ने विमान खरीदी समझौते पर हस्ताक्षर किये है।
भारत की शक्ति में बढ़ोतरी
गौरतलब है कि भारत अपनी सैन्य शक्ति में बढ़ोतरी करने के लिये पिछले लंबे समय से प्रयास कर रहा है और इसके चलते ही फ्रांस से लड़ाकू राफेल विमानों की खरीदी करने का निर्णय लिया गया है। भारत अभी फ्रांस से 36 विमानों की खरीदी फ्रांस से करेगा। वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि सेना के पास लड़ाकू विमान की उपलब्धता तो है लेकिन सेना लंबे समय से अत्याधुनिक लड़ाकू विमान खरीदी के लिये मांग कर रही थी।