उज्जैन : राज्य सूचना आयोग द्वारा आज संभाग स्तरीय लोक अदालत आयोजित की गई। छह खण्डपीठों द्वारा विभिन्न कक्षों में सुनवाई कर लगभग 600 प्रकरणों पर विचार किया गया। अधिकांश प्रकरणों में आपसी सहमति से मौके पर ही प्रकरणों का निपटारा किया गया। लोक अदालत का शुभारम्भ आज बृहस्पति भवन में महात्मा गांधी के चित्र के संमुख राज्य मुख्य सूचना आयुक्त श्री के.डी.खान ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर सूचना आयुक्त सर्वश्री जयकिशन शर्मा, सुखराज सिंह, आत्मदीप, एच.एल.त्रिवेदी, एम.गोपाल दंडोतिया, संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर एवं कलेक्टर कवीन्द्र कियावत मौजूद थे। मुख्य सूचना आयुक्त श्री के.डी.खान ने इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि लोक अदालतें लगाने का उद्देश्य प्रकरणों का त्वरित निपटारा आपसी सहमति से किया जाना है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन में पारदर्शिता लाने के लिये सभी जानकारी ऑन लाईन की जाना चाहिये, जिससे सूचना के अधिकार के आवेदन कम से कम लगे। साथ ही उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत प्रकरण का निपटारा करने के बाद उक्त आवेदनों की जानकारी भी वेब साइट पर उपलब्ध कराये जाने की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर ने सूचना के अधिकार के तहत संभाग में की जा रही कार्यवाही से अवगत कराया तथा कहा कि सिंहस्थ जैसे महत्वपूर्ण आयोजन की सभी जानकारी आमजन के लिये प्रेस को दी जा रही है एवं ऑन लाईन की जा रही है।
कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने कहा कि प्रशासनिक कार्य प्रणाली में पारदर्शिता के लिये हाल ही में स्टेण्डअप मीटिंग के दौरान आमजन को सभी जानकारी दी जा रही है। साथ ही सभी निर्माण कार्यों के बोर्ड लगाकर उनकी लागत, कार्य पूर्ण होने की तिथि व ठेकेदार का नाम सार्वजनिक किया जा रहा है।
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