बेंगलुरु : अभिव्यक्ति की आजादी की परिभाषा हर एक गज पर बदल जाती है। बेंगलुरु के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में जब छात्रा छोटे कपड़ों में पहुंची, तो उसे प्रोफेसर ने डांट लगाई। इसके बाद सारी छात्राएं उसके समर्थन में उतर आई और उन्होने भी वही किया जिसके लिए एक छात्रा को डांट पड़ी थी।
प्रोफेसर की टिप्पणी के खिलाफ पहले तो छात्राओं ने फेसबुक पर शिकायत की और इसके अगले दिन सभी छात्राएं शॉर्ट ड्रेसेस में कॉलेज पहुंच गई। घटना 4 अप्रैल की है, लेकिन छात्रों ने अपना विरोध बुधवार को जताया। छात्रों का आरोप है कि प्रोफेसर ने शॉर्टस पहन कर आई एक लड़की पर टिप्पणी की।
प्रोफेसर ने छात्रा को लेकर छींटाकशी की। छात्रों के मुताबिक छात्रा को शॉर्ट्स पहना देख प्रोफेसर ने पूरी क्लास के सामने छात्रा को तमीज से कपड़े पहनकर आने के लिए कहा जिससे छात्रा असहज महसूस करने लगी। छात्रों के मुताबिक प्रोफेसर का ये तरीका साथी छात्रों को बिलकुल अच्छा नहीं लगा और उन्होंने इसी का विरोध करते हुए अलगे दिन शॉर्ट्स पहने और क्लास के लिए आए। छात्रों ने मांग की है कि कुलपति को इस मामले में स्वतंत्र जांच करानी चाहिए।