नई दिल्लीः देश में बढ़ता प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है। अभी कुछ दिनों से मीडिया में दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। इसके लिए कई कदम भी उठाए जा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अगले साल से केवल बीएस-6 वाहनों को बेचने का आदेश जारी किया है। सके लिए केंद्र सरकार ने बीएस-6 ग्रेड फ्यूल को तैयार करने के लिए देश की रिफाइनरियों को निर्देश दिए हैं। इन सबमें बठिंडा की गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी इस पर तेजी से काम कर रही है।
अधिकारियों ने कहा कि यहां पर बीएस-6 फ्यूल को तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट लगाने के अलावा पूरी योजना बना ली गई है। इस प्रोजेक्ट को दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यहां से देशभर में बीएस-6 फ्यूल की सप्लाई होगी। फिलहाल बठिंडा की रिफाइनरी ने इसको पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है। बीएस-4 से सीधा बीएस-6 ग्रेड फ्यूल का मतलब है कि ईंधन में सल्फर की मात्र को कम किया जाना है। अभी बीएस-4 पेट्रोल और डीजल में सल्फर की मात्र 50 पीपीएम यानी पार्ट्स प्रति 10 लाख है।
बीएस-6 ग्रेड फ्यूल में सल्फर की मात्र महज 10 पीपीएम रहना है। दूसरी तरफ बीएस-6 फ्यूल के साथ थोड़ा बहुत रेट भी बढ़ने की संभावना है, लेकिन तेल कंपनियों का कहना है कि फिलहाल इसको लोगों से नहीं वसूला जाएगा। बता दें कि बीएस-6 फ्यूल के प्रयोग से वातावरण को हानिकारक गैसों से काफी राहत मिलेगी।
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