भारत के राज्य पंजाब में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा कोविड के मरीजों से अधिक पैसे वसूलने की रिपोर्टों को सरकार ने गंभीरता से लिया है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने ऐसे सभी अस्पतालों को लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी है. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मरीजों और निजी अस्पतालों के हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही कोविड के इलाज के लिए खर्चे तय करेगी.
इलाज के नाम पर युवती से 9 दिन तक दुष्कर्म करता रहा ढोंगी बाबा, भेद खुलते ही हुआ फरार
अपने बयान में आगे उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों के शोषण की आज्ञा नहीं देगी. शनिवार को जारी बयान में सिद्धू ने कहा, ‘‘यह विपदा की घड़ी है, जब हर कोई बचाव के लिए लड़ रहा है और ऐसे नाजुक समय में कुछ निजी अस्पताल मजबूर और बेबस मरीजों से अंधाधुंध पैसे वसूल रहे हैं.’’
राजस्थान : क्या राज्यसभा चुनाव को लेकर नाराज विधायकों को मनाने में जुटे है वरिष्ठ नेता ?
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोविड के मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों द्वारा ज्यादा पैसे वसूलने का मामला उनके ध्यान में लाया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘बड़े दुख की बात है कि महामारी के विरुद्ध लड़ाई में सकारात्मक योगदान की बजाय कुछ निजी अस्पताल मरीजों को लूट रहे हैं, जिसकी किसी भी कीमत पर आज्ञा नहीं दी जाएगी.’’ सरकार के पास इन अस्पतालों को मुहैया करवाई गई जमीन को बहुत रियायती दरों पर वापस लेने का अधिकार है. वही, मंत्री ने कोविड के मरीजों के इलाज संबंधी फीस का फैसला करने हेतु सोमवार को विशेष मीटिंग बुलाई है. उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को ध्यान में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि निजी अस्पतालों को कोई वित्तीय नुकसान हो लेकिन हम किसी भी कीमत पर लूट मचाने की भी आज्ञा नहीं देंगे.
गर्लफ्रेंड का खर्चा उठाने के लिए की एटीएम में चोरी
50 पार पर जबरन रिटायरमेंट की तलवार
सुशांत की मौत पर भावुक हुए अक्षय कुमार, ट्विटर पर यूँ बयां किया अपना दर्द