नई दिल्ली : प्याज और दाल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है और साथ ही आम आदमी को रुलाती जा रही है. गौरतलब है कि सरकार के द्वारा यह कहा गया था कि जल्द से जल्द प्याज और दाल की कीमतों में कमी आ जाना है लेकिन इसके बावजूद भी इसका कीमतों पर कोई भी असर नहीं देखने को मिल रहा है. बात करें प्याज की तो आपको बता दे कि प्याज की कीमतें फिर से बाजार में 60 रूपये प्रति किलो के आंकड़े को पार कर चुकी है.
मामले में ही थोक कारोबारियों का यह मानना है कि अब प्याज के भावों में दिवाली के बाद ही गिरावट देखने को मिल सकती है क्योकि त्यौहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है और इस सीजन में वैसे भी मांग बहुत बढ़ जाती है. जिसके चलते कीमतों में कमी आना संभव नहीं है. गौरतलब है कि करीब एक महीने से प्याज 50 से लेकर 60 रूपये प्रति किलो के बीच चल रहा है और अब इसने 60 रूपये का आंकड़ा भी पार कर दिया है.
साथ ही यह भी देखने में आ रहा है कि एक तरफ सरकार दाल की बढ़ती कीमत पर रोकथाम लगाने में लगी हुई है और वहीँ दूसरी तरफ प्याज की कीमतों के बारे में कोई विचार नहीं किया जा रहा है. जबकि इस साल प्याज के दाम पिछले साल की बजाय 80 प्रतिशत तक बढ़ चुके है. मामले में ही यह खबर भी सामने आई थी कि सरकार ने प्याज की आगे जा रही कीमतों को रोकने के लिए करीब 10 हजार टन प्याज को आयात करने का भी फैसला किया था लेकिन कितना प्याज आयात हुआ या कितना बाजार में आया इसकी खबर किसी को भी नहीं दी गई.
गौरतलब है कि यह भी सुनने में आया था कि सितम्बर माह से प्याज सस्ते मिल जायेंगे लेकिन सरकार का यह वादा भी धरा का धरा ही रह गया. मामले में अधिकारीयों का यह कहना है कि त्योहारों के बाद ही प्याज की कीमतों में गिरावट आना शुरू होगी. क्योकि नवंबर के अंतिम अप्ताह तक प्याज की आवक भी शुरू हो जाएगी.